आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दो शब्दों से मिलकर बना है। जिस में आर्टिफिशियल का मतलब होता है इंसानों द्वारा बनाए गए और इंटेलिजेंस का मतलब होता है बुद्धि। अर्थात इंसानों द्वारा बनाएंगी बुद्धि को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब होता है कि इंसान की सोचने समझने की शक्ति आप किसी मशीन में डाल दें, किसी सॉफ्टवेयर में डाल दे या फिर किसी प्रोग्राम में डाल दें। कई बार हमारे जीवन में ऐसी परिस्थिति आती है, जिसमें हमें निर्णय लेना होता है कि हमें आगे क्या करना है। लेकिन आप जानते हैं कंप्यूटर में ऐसा नहीं होता है। हम कंप्यूटर को जो कमांड देते हैं वह उसे फॉलो करता है। लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अंतर्गत मशीनें किसी भी परिस्थिति में इंसान की तरह उस परिस्थिति से निपटने के लिए खुद ब खुद निर्णय ले सकते हैं। उसे किसी इंसान की कमांड की जरूरत नहीं होती हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसे शॉर्ट फॉर्म में AI कहा जाता है। इसे आगे विकसित करने के लिए बहुत सारे शोध किये जा रहे हैं। ऐसी मशीनें बनाई जा रही है जो किसी खास परिस्थिति में खुद-ब-खुद निर्णय ले सकती है कि आगे उसे क्या करना है। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के तहत गूगल अभी सेल्फ ड्राइविंग कार बना रही है। यह कार ऐसी होगी जिसमें किसी ड्राइवर की जरूरत नहीं होगी। वह GPS की मदद से अपने आप निर्णय ले सकती है कि उसे कहां जाना है। अगर कहा जाए तो काफी हद तक यह अभी बेटा कंडीशन में है। इस पर आगे शोध चल रहा है।
आप iPhone में सीरी, गूगल के गूगल असिस्टेंट और Amazon के Amazon इको के बारे में सुने होंगे, जिससे आप बात कर सकते हैं। आप जो कहते हैं वह अपने इंटेलिजेंस की हिसाब से उसका जवाब देती है। यह कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण हैं। अभी भी कोई सवाल हो तो कमेंट करके जरूर पूछें मैं आपको रिप्लाई जरूर करूंगा।
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