पिछले कुछ सालों से आपने नोटिस किया होगा कि बहुत सारी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ने अपने स्मार्टफोन में 2.5D curved गिलास को हाईलाइट करना शुरू कर दिया है। कंपनियां अपने स्मार्टफोन में विशेषकर यह बताती है कि हमारे फोन में 2.5 D ग्लास है। आज हम आपको बताएंगे कि 2.5 डी ग्लास क्या होता है। दोस्तों जानकारी अच्छी लगे तो 1 लाइक और शेयर जरूर करिएगा।
My Blog- princeanalysis.com
आप सभी जानते हैं कि नॉर्मल ग्लास जो आपके घर की खिड़कियों में या फिर आपके घर के आईने में लगा होता है, वह एक नॉर्मल 2 D ग्लास होता है और आज से कुछ साल पहले तक आपको यही नॉर्मल 2D ग्लास आपके स्मार्टफोन में भी देखने को मिलती थी। लेकिन जैसे-जैसे स्मार्टफोन का विकास हुआ तो आप जानते हैं कि अब आपको साइड से मैन्यू बार को स्लाइड करना होता है, जिससे कई बार इन फ्लैट रेक्टनगुलर ग्लास की वजह से यूजर को परेशानी होती थी अपने मेन्यू बार को स्लाइड करने में, क्योंकि इनके एजेज शार्प होती थी और इससे फोन का डिजाइन भी अच्छा नहीं लगता था। तो इसी समस्या से निपटने के लिए 2.5 डी ग्लास को इंट्रोड्यूस किया गया।
2.5 डी ग्लास कोई बड़ी बात नहीं है। इसमें होता है यह है कि फोन के किनारे का जो क्लास होता है और फोन के डिस्प्ले का ग्लास वह दोनों सेम होता है लेकिन इन दोनों ग्लास के जोड़ यानी कि फ़ोन के ऐज को हल्का सा बैंड कर दिया जाता है। इसका फायदा यह होता है कि आप जब साइड से मेनु बार को स्लाइड करते हैं तो आपको एक हार्ड किनारा नहीं मिलता है और आप आसानी से मेनु वार को स्लाइड करके फ़ोन का इस्तेमाल अच्छे से कर पाते हैं और इससे फोन को एक अच्छा लुक भी मिल पाता है।
My Blog- princeanalysis.com
आप सभी जानते हैं कि नॉर्मल ग्लास जो आपके घर की खिड़कियों में या फिर आपके घर के आईने में लगा होता है, वह एक नॉर्मल 2 D ग्लास होता है और आज से कुछ साल पहले तक आपको यही नॉर्मल 2D ग्लास आपके स्मार्टफोन में भी देखने को मिलती थी। लेकिन जैसे-जैसे स्मार्टफोन का विकास हुआ तो आप जानते हैं कि अब आपको साइड से मैन्यू बार को स्लाइड करना होता है, जिससे कई बार इन फ्लैट रेक्टनगुलर ग्लास की वजह से यूजर को परेशानी होती थी अपने मेन्यू बार को स्लाइड करने में, क्योंकि इनके एजेज शार्प होती थी और इससे फोन का डिजाइन भी अच्छा नहीं लगता था। तो इसी समस्या से निपटने के लिए 2.5 डी ग्लास को इंट्रोड्यूस किया गया।
2.5 डी ग्लास कोई बड़ी बात नहीं है। इसमें होता है यह है कि फोन के किनारे का जो क्लास होता है और फोन के डिस्प्ले का ग्लास वह दोनों सेम होता है लेकिन इन दोनों ग्लास के जोड़ यानी कि फ़ोन के ऐज को हल्का सा बैंड कर दिया जाता है। इसका फायदा यह होता है कि आप जब साइड से मेनु बार को स्लाइड करते हैं तो आपको एक हार्ड किनारा नहीं मिलता है और आप आसानी से मेनु वार को स्लाइड करके फ़ोन का इस्तेमाल अच्छे से कर पाते हैं और इससे फोन को एक अच्छा लुक भी मिल पाता है।
0 टिप्पणियाँ